जब से बंद हुए तेरे
नूडल्स और पास्ता
पोहा, उपमा खा के हुआ
सुबह का नाश्ता | |
तेरे पीछे से
Yippee
ने लगाया बड़ा ज़ोर
है ,
तेरे स्वाद के आगे
ना टिक पाया
कोई और है
| |
सभी की जिंदगी
में हैं तुझसे
जुड़ीं यादें ,
एमर्जेन्सी
की भूख,हॉस्टिल
में पढ़ाई की
रातें | |
छोटी पार्टी
हो या Office की
टपरी ,
साथ निभाने में तू
ही खरी उतरी
| |
बीवी जब भी
जाती मायके ,
पेट भरते थे
तेरे ही
जायके | |
जब घर में
अचानक ख़त्म होता
राशन ,
तू ही होती
थी एक मात्र Option
| |
वो भी टक्कर
लेने चले थे
तेरे मसालों से
,
जिन्हे कोई पूछ
ना
रहा
था सालों से | |
बड़ी मुश्किल से ख़त्म
हुआ इंतज़ार महीनों
का ,
डोमिनोज़ ने बढ़ा
दिया production Oregano का | |
सेहत के ठेकेदारों को चिंता है मैगी में लीड की ,