Disclaimer :
ऊपर नीचे दिए गये सभी विचार लेखक के अपने विचार हैं , दुनियाँ का कोई भी software engineer इस सच्चाई से इत्तेफ़ाक़ रखता होगा | सभी coder मित्रों से अनुरोध है कि कम से कम किसी इंटरव्यू में इस मॉडेल का ज़िक्र ना करें | अगर ऐसा करते भी हैं तो रिजेक्ट होने की लेखक की कोई ज़िम्मेवारी नहीं होगी |
आपका प्रॉजेक्ट
किसी भी SDLC के साथ शुरू हुआ हो, वो घूम फिर के Ladies shopping modle से मिल जाता
है |
आप सबने कभी ना कभी ये ज़रूर सोचा होगा की collage का पढ़ा हुआ कभी काम नही आया | 6 साल हो गये नौकरी को, मगर आज तक Finite Automata न देखा न बनाया |
B.Tech करते
समय हम विभिन्न प्रकार की ‘सॉफ्टवेर डेवेलोपेमेंट लाइफ साइकल’ (SDLC) के बारे
में पढ़ते तो हैं , लेकिन याद रहता है सिर्फ़ Water fall.
अगर फाइनल
ईयर के नौजवान से भी पूछ लो तो उसने भी अपना मेजर प्रॉजेक्ट "Water Fall"
में ही बनाया होगा |
एक सपोर्ट
प्रॉजेक्ट का बंदा भी जब जावा का इंटरव्यू देने जाता है तो उसका वो फर्जी जावा डेवेलपमेंट प्रॉजेक्ट भी Water Fall में ही बना
होता है |
लेकिन !!!!
वास्तविकता में हम कौन सी SDLC फॉलो करते हैं ?
जब डेड लाइन
का डंडा हो |
जब मॅनेजर
बोलता है , कुछ भी कर के दे दे, अभी के लिए काम हो जाए |
कोई भी जुगाड़
कर के फटाफट बना दे , आज DM को प्रेज़ेंटेशन देनी है | etc etc. . .
इतने प्रेशर
के बाद जनम लेती है एक ऐसी SDLC, जिसके बारे में आपको किसी किताब में, किसी कक्षा में
नहीँ पढ़ाया जाता |
Happy to
announce my very own SDLC :
"Ladies Shopping Model of
Software design"
Spiral
Method (SDM), Waterfall Model और
V-Shaped
Model.
आपको पढ़ाए
गये ये सारे SDLC model मेरे बनाए हुए "Ladies Shopping model" के ही बच्चे
हैं यानी sub class हैं |
इसका नाम
“Ladies Shopping” क्यूँ पड़ा, इसके कई कारण हैं |
इस मॉडल के
ज़रिए आप Software ठीक ऐसे बना सकते हैं जैसे महिलायें शॉपिंग करती हैं | आइए नज़र
डालते हैं कुछ समानताओं पर |
पहली समानता
Shopping करते वक़्त महिलाओं को और Coding करते वक़्त Coder को , ये पता ही नहीं होता कि इनकी requirement क्या है, इनको चाहिए क्या ? क्या लेना है , क्या बनाना है , क्या include करना है |
दूसरी समानता
इनका
documentation कमाल का होता है | Shopping से पहले महिलाओं की Shopping list और Coding से पहले
coder के documents, follow हों ना हों बनते ज़रूर हैं | 50 बार review भी होते हैं
|
तीसरी समानता
2 घंटे के
काम होता है तो 6 घंटे की प्लानिंग होती है | और फिर भी काम प्लानिंग से हो जाए तो बड़ी बात है |
चौथी समानता
जो प्रॉडक्ट
हम प्लान करते हैं, और जो प्रॉडक्ट बनता है , उसमे ज़मीन आसमान का अंतर होता है | महिलायें
लेने कुछ जाती हैं , लेके कुछ और ही आती हैं | एक फाइनल सॉफ्टवेर प्रॉडक्ट, सबसे पहले
बनाए गये डॉक्युमेंट से बिल्कुल अलग होता है |
पाँचवीं समानता
Coder को coding करते समय और महिलाओं को
shopping
करते समय , ना खाने का होश होता है ना पीने का | ( suttaa is excluded
)
छठी समानता
कोडिंग और
शॉपिंग अक्सर वीकेंड पे जायदा अच्छी और शान्ति से होती है |
सारे किताबी
SDLC का अंत “Ladies Shopping Model” पे आके ही होता है | TDD को छोड़ के |
TDD (Test
Driven Development) , अकेली ऐसी SDLC है, जो “Aeroplane model of software
development” से निकली है |
TDD और Aeroplane
में समानता ये है कि ये दोनो हवा में ही काम करते हैं |
“Aeroplane
Model of Software Development” पे चर्चा फिर किसी Friday को होगी , तब तक के लिए धन्यवाद
|