महँगाई दिखती रही उसे
प्याज टमाटर दालों
में ,
पर वो खुद
ना दिखा जनता
को पाँच सालों
में |
वो रैली में
दौड़ते नवाब आ
रहे हैं ,
लगता है प्रदेश
में चुनाव आ
रहे हैं ||
बिन मतलब
वो आरक्षण की
दूध मलाई बाँट
रहा ,
फ्री में
बिजली पानी तो
कोई वाई फ़ाई
बाँट रहा |
लॅपटॉप मिलने
के दिन फिर
एक बार आ
रहे हैं ,
लगता है
प्रदेश में चुनाव
आ रहे हैं
||
पुलिस तैनात खड़ी है
अब हर चौराहों
में ,
अंधियारा रहता था
अब तक जिन
राहों में |
वहाँ स्ट्रीट लाइट जलने
के नज़र आसार
आ रहे हैं
,
लगता है प्रदेश
में चुनाव आ
रहे हैं ||
कोई वारदात
होती नहीं दिन
दहाड़े चौक पे
,
बैंक भी
लुटते नहीं अब
बंदूक की नोंक
पे |
खाते में पेंशन के पैसे अपने आप आ रहे हैं |
लगता है
प्रदेश में चुनाव
आ रहे हैं
||
Sushant Jain