Tuesday, 10 September 2013

Office Ki Library




सोचता हूँ ये ख़याल मैं अक्सर ,
OFFICE  की  LIBRARY  में घुस  कर

क्यों कोई काम थोड़ा हट के किया जाये
किसी एक किताब को ढंग से पढ़ा जाये

ज्ञान का सागर, किताबों का मंदिर , ये LIBRARY ROOM है
चलो पढ़ें कोई TECHNOLOGY जिसका MARKET में BOOM है

जिसपे काम किया कभी, उसको पढना लगता है खले
इसी जोश में हमने उठा ली "ROOBY ON RAIL"

RAIL उतर गयी पटरी से , हुआ मामला SET
चलो पढ़ते हैं कल से VISUAL BASIC  DOT NET

कौन सी किताब पढनी है, ये खुद को समझ होती नहीं
दो किताब से ज्यादा यहाँ कुछ  ISSUE होती नहीं

एक और RULE जो लगता बड़ा FUNNY है
कि 14 दिन में किताब पढ़ के RETURN करनी है

13 दिन  बाद याद अता है कोई BOOK ISSUE कराई थी
भीड़ से हट के हमको करनी कुछ पढाई थी

इंजिनियर तो 4 वर्ष की पढाई में  ,
एक किताब ख़तम नहीं कर पते
ये  LIBRARY वाले 14 दिन में
जाने क्या उम्मीद हैं लगते ||

SAP पढेंगे , SOAP पढेंगे,  पढेंगे JAVA BEAN 
NOVEL , MAGAZINE सब पढेंगे, बनेंगे EINSTEIN

न पढ़ पाया एक भी CHAPTER, इस बात का दुख है ।
लिख रहा हूँ कविता, सामने LIBRARY की BOOK है ॥
बेशरम हो के देख रहा हूँ उस किताब को,  बार बार मुड़ कर ।
सोचता हूँ ये ख़याल मैं अक्सर, ऑफिस की LIBRARY में घुस कर ॥


Sushant Jain
Blog - iSushantJain.blogspot.in
Twitter - @digitallyyour